Thursday, July 31, 2025
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‘राष्ट्रीय संस्कार निर्माण शिविर’ का हुआ भव्य आगाज, आध्यात्मिक उत्थान के पथ पर अग्रसर हुई बालिकाओं के जीवन में हुआ नई ऊर्जा का संचार

केकड़ी, 03 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री वधर्मान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ केकड़ी के तत्वावधान में आयोजित 11 दिवसीय राष्ट्रीय संस्कार निर्माण शिविर का शुभारम्भ सोमवार को जैन आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी महासती श्री राजश्री जी म.सा. आदि ठाणा 5 के पावन सानिध्य में हुआ। कक्षा 7 से ऊपर की बालिकाओं के लिए आयोजित इस शिविर का आयोजन सब्जी मण्डी स्थित स्थानक भवन में किया जा रहा है। संघ अध्यक्ष अशोक लोढ़ा ने बताया कि यह शिविर विभिन्न क्षेत्रों से आई बालिकाओं के लिए एक अनूठा अवसर है। शिविर में ब्यावर, बिजयनगर, भीलवाड़ा, हुरडा, सरवाड़, नसीराबाद, मसूदा, अजमेर, आवरी माता व मंदसौर जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों से आई बालिकाएं भाग ले रही है।

व्यक्तित्व का हो सर्वांगीण विकास: शिविर का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को जैन धर्म के सिद्धांतों से परिचित कराना, उन्हें सद्गुणों व नैतिक आचरण की शिक्षा देना तथा उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है। शिविर में बालिकाओं को आध्यात्मिक शिक्षा, जैन शास्त्रों का गहन ज्ञान व नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी जा रही है। उद्घाटन सत्र में राजश्री जी म.सा. आदि ठाणा 5 की पावन सानिध्यता से माहौल में और भी अधिक दिव्यता आ गई। उनकी उपस्थिति ने सभी प्रतिभागियों व आयोजकों में नई ऊर्जा का संचार किया। पहला दिन आभार दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान सभी प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

आगामी 12 जून तक चलेगा शिविर: मंत्री रिखब सोनी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी शिविरार्थियों से आह्वान किया कि वे इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएं व शिविर के माध्यम से अपने जीवन 2को अधिक से अधिक समृद्ध करें। उन्होंने जोर दिया कि यह शिविर केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि आत्म-विकास व आध्यात्मिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण मंच है। शिविर आगामी 12 जून तक चलेगा। इन ग्यारह दिनों में अनेक प्रेरणादायी सत्र, कार्यशालाएं व धार्मिक गतिविधियां आयोजित की जाएगी। जो प्रतिभागियों के आत्मविकास व आध्यात्मिक उत्थान को प्रोत्साहित करेगी।

जीवन में आएगा सकारात्मक परिवर्तन: शिविर आयोजकों के अनुसार यह आयोजन बालिकाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा और उन्हें भविष्य के लिए एक मजबूत नींव प्रदान करेगा। शिविर संचालन में शांतिलाल विनायका, नरेंद्र कोठारी, मनोज लोढ़ा, प्रकाश चीपड़, सुरेंद्र चीपड़, नरेंद्र मेड़तवाल, सोनू लोढ़ा सहित अन्य ने सहयोग किया। राजेंद्र विनायका व अशोक विनायका की सेवाएं विशेष रूप से सराहनीय रही। इन्होंने शिविर की सुचारु व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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