केकड़ी, 30 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री मिश्रीलाल दुबे उच्च माध्यमिक अकादमी केकड़ी में बालिकाओं के लिए एक विशेष स्वरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षक प्रियंका जाट बिलिया (अजमेर) ने छात्राओं को आत्मरक्षा की मूलभूत तकनीकों से अवगत कराया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करना, उन्हें शारीरिक रूप से सक्षम बनाना तथा विषम परिस्थितियों में सही निर्णय लेने योग्य बनाना था। इस दौरान उन्होंने व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया। प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को हाथ पकड़ने, पीछे से बांहों में जकड़ने, गला घोंटने जैसी सामान्य धारणाओं से मुक्त होने के तरीके सिखाए।
छात्राओं का सर्वांगीण विकास पहली प्राथमिकता: छात्राओं को उनके कानूनी अधिकारों, महिला सुरक्षा से जुड़ी हेल्पलाइन नंबरों और सोशल मीडिया पर होने वाले उत्पीड़न से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण का मुख्य फोकस छात्राओं को मानसिक रूप से सशक्त बनाना तथा उनके आत्मविश्वास में वृद्धि करना था। ताकि वे किसी भी असहज स्थिति का सामना बिना भय के कर सकें। प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार पारीक ने कहा कि छात्राओं का सर्वांगीण विकास हमारी पहली प्राथमिकता है। आत्मरक्षा का प्रशिक्षण उन्हें न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी भरता है।
दूसरों की मदद के लिए आगे आएं छात्राएं: प्रशिक्षिका प्रियंका जाट ने कहा कि मेरा उद्देश्य केवल लड़ना सिखाना नहीं, बल्कि बालिकाओं को इतना सक्षम बनाना है कि वे खुद को अवांछित हमलों से बचा सकें और संकट की स्थिति में दूसरों की मदद के लिए भी आगे आ सकें। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्राओं को केवल शारीरिक रूप से ही सुरक्षित नहीं बनाते, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से दृढ़ भी बनाते हैं। आत्मरक्षा की जानकारी उन्हें अधिक सजग और आत्मनिर्भर नागरिक बनने में सहायता करती है। इस कार्यक्रम में एम एल डी अकादमी के शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही।

