केकड़ी, 20 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): देवगांव गेट स्थित गोशाला सत्संग भवन में स्वर्गीय मदन सिंह भाटी व बरजी देवी की पुण्य स्मृति में आयोजित नौ दिवसीय शिव महापुराण कथा अपने अंतिम चरण की ओर अग्रसर है। गोभक्त महावीर सिंह भाटी (मंगलम टिम्बर) परिवार केकड़ी द्वारा आयोजित इस धार्मिक महोत्सव के सातवें दिन, रविवार को श्रीधाम वृंदावन से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक भगवताचार्य पंडित योगेंद्र कृष्ण महाराज ने तुलसी महिमा, भगवान शिव के अनेक अवतारों और भक्त उपमन्यु की प्रेरक कथा के प्रसंगों का अत्यंत भावपूर्ण वर्णन किया।

भक्तों ने प्राप्त किया धर्म लाभ: कथावाचक पंडित योगेंद्र कृष्ण महाराज ने तुलसी के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने तुलसी को भगवान विष्णु का प्रिय होने के साथ-साथ आयुर्वेदिक गुणों से युक्त एक पवित्र पौधा बताया। इसके पश्चात उन्होंने भगवान शिव के विभिन्न अवतारों का वर्णन किया, जिसमें उनके परोपकारी स्वरूप और भक्तों के प्रति उनकी असीम करुणा को रेखांकित किया गया। भक्त उपमन्यु की कथा के माध्यम से उन्होंने बताया कि किस प्रकार सच्ची श्रद्धा और भक्ति से भगवान को प्राप्त किया जा सकता है। कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और उन्होंने धर्म लाभ प्राप्त किया।

आगामी दिनों में होंगे ये महत्वपूर्ण प्रसंग: आयोजक परिवार के सदस्य नरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि शिव महापुराण कथा महोत्सव के अंतिम दो दिन भक्तों के लिए विशेष रहने वाले है। सोमवार 21 जुलाई को श्री नर्मदा महिमा एवं भगवान शिव के दो प्रमुख ज्योतिर्लिंगों श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग और श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की महिमा का गुणगान किया जाएगा। मंगलवार 22 जुलाई को कथा महोत्सव का अंतिम दिन होगा। इस दिन द्वादश ज्योतिर्लिंग कथा का विस्तृत वर्णन किया जाएगा। जिसमें भगवान शिव के सभी बारह ज्योतिर्लिंगों की महिमा और उनसे जुड़ी कथाओं को सुनाया जाएगा। इसके पश्चात कथा विश्राम और व्यास पूजन का कार्यक्रम होगा, जिसके साथ नौ दिवसीय शिव महापुराण कथा का भव्य समापन होगा।
