Sunday, November 16, 2025
Homeशासन प्रशासनकथित लाल धागा बाबा के खिलाफ अनशन पर बैठे बुजुर्ग की तबियत...

कथित लाल धागा बाबा के खिलाफ अनशन पर बैठे बुजुर्ग की तबियत बिगड़ी, सावर से केकड़ी रैफर, आईसीयू में उपचार जारी

केकड़ी, 15 नवंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): तथाकथित लाल धागा बाबा की मनमानी से प्रताड़ित होकर सावर उपखंड कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठे 80 साल के बुजुर्ग छोटूलाल की तबियत शनिवार को अचानक बिगड़ गई। बुजुर्ग को एम्बूलेंस की सहायता से सावर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद केकड़ी जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया। सावर पुलिस थाने के पुलिसकर्मी 108 एम्बुलेंस के जरिए देर शाम बुजुर्ग को केकड़ी जिला अस्पताल लेकर आए। यहां बुजुर्ग को अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कर उपचार प्रारंभ किया गया। वहीं बुजुर्ग महिला शायरी देवी अभी भी अपने परिवार के साथ अनशन पर बैठी है। बुजुर्ग दंपति व उनके परिजन 500 साल पुराने भैरुजी मंदिर को तोड़ने के मामले में कथित लाल धागा बाबा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे है। उनका कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नही मिलेगा वे अनशन से नही उठेंगे।

लगातार नौ दिन से चल रहा है प्रदर्शन: बुजुर्ग दंपति छोटू लाल व शायरी देवी पिछले नौ दिन से प्रदर्शन कर रहे है। लगातार पांच दिन धरना व चार दिन से अनशन के बावजूद प्रशासन ने कोई सुनवाई नही की है। बुजुर्ग दम्पत्ति का कहना है कि लगातार नौ दिन से वे परिवार के साथ सर्दी में रातभर सड़क के किनारे एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने व अनशन पर बैठे है। अनशन के चौथे दिन बुजुर्ग दंपति का मेडिकल टीम ने स्वास्थ्य चैकअप किया। जिसके बाद परिजनों को बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती करने की कहा, लेकिन परिजनों ने मना कर दिया। शनिवार शाम को बुजुर्ग छोटूलाल की तबियत बिगड़ गई। वहीं लगातार विरोध प्रदर्शन व अनशन के बावजूद कोई कार्रवाई नही होने से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है।

क्या है मामला: मेहरुखुर्द निवासी सत्यनारायण मीणा को सावर पुलिस ने सोशल मीडिया पर असभ्य टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार किया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन तथाकथित लाल धागा बाबा के प्रभाव में आकर कार्य कर रही है। बिना किसी कारण के सत्यनारायण को गिरफ्तार किया गया तथा उसे जेल भेज दिया गया। जब पुलिस सत्यनारायण को उपखंड अधिकारी के समक्ष पेश करने के लिए ले गई तो इसी दौरान उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर गया जिसे सावर के अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसे खून की उल्टियां होने लगी। जिसके बाद केकड़ी जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। परिजनों का आरोप की पुलिस द्वारा थाने में दी गई यातनाओं से सत्यनारायण की तबियत खराब हुई थी।

संबंधित समाचार पढ़िए…

RELATED ARTICLES