केकड़ी, 22 अप्रैल (आदित्य न्यूज नेटवर्क): लोकसभा चुनाव के लिए होम वोटिंग के दौरान कई तरह के रोचक नजारे देखने को मिल रहे है। इसी तरह के एक वाकये में वृद्ध महिला ने जमीन गंवाने के डर से वोट देने से साफ इंकार कर दिया। वोटिंग के लिए पहुंची टीम ने वृद्धा को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वृद्धा अपनी बात पर अड़ी रही और वोट देने के लिए साफ मना कर दिया। उसका कहना रहा कि पति ने मरने से पहले कहा था कि कभी भी दस्तखत मत करना, वरना तुम्हारे साथ जुलम हो जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 15 अप्रैल को निर्वाचन विभाग की टीम खाती मोहल्ला में रहने वाली 91 वर्षीय वृद्धा सुगना जाट से होम वोटिंग कराने उसके घर पहुंची, लेकिन वृद्धा ने इंकार कर दिया।
बूथ पर जाकर वोट देने के लिए है तैयार होम वोटिंग के दूसरे अवसर पर 22 अप्रैल को भी निर्वाचन टीम वृद्ध महिला के घर पहुंची और वोटिंग के लिए कहा। लेकिन महिला ने वोटिंग से मना कर दिया। टीम में शामिल चुनाव शाखा के कार्मिक, बीएलओ व पुलिसकर्मियों समेत परिवारजन ने भी वृद्धा को वोटिंग के लिए प्रेरित किया। लेकिन महिला फिर भी वोटिंग के लिए तैयार नहीं हुई। कार्मिकों ने जब उन्हें बताया कि आजकल वृद्ध व्यक्ति घर बैठे वोट दे सकते है और वे उनकी वोटिंग करवाने आए है। इस पर वृद्धा का कहना रहा कि जिस तरह पिछली बार बेटे के साथ जाकर वोट दिया था उसी प्रकार इस बार भी वोट दे दूंगी। लेकिन यहां किसी तरह के कागज पर दस्तखत नहीं करूंगी। पति ने मरने से पहले किसी भी कागज पर दस्तखत करने से मना किया था।
समझाइश के बाद भी नहीं की वोटिंग बताया जाता है वृद्धा के मन में जमीन गंवाने का डर बैठा हुआ। ऐसे में वह किसी भी दस्तावेज आदि पर दस्तखत नहीं करती। इस संबंध में निर्वाचक पंजीयन एवं उपखण्ड अधिकारी सुभाष चन्द्र हेमानी का कहना रहा कि मतदान के लिए आग्रह किया जा सकता है। वही निर्वाचन विभाग की टीम ने किया, लेकिन वृद्धा वोटिंग के लिए तैयार नहीं हुई। टीम ने वृद्धा से काफी समझाइश भी की, लेकिन वह वोटिंग के लिए तैयार नहीं हुई। आज दूसरा व अंतिम अवसर था, अब वह भी निकल चुका है। होम वोटिंग में असफल रहने वाले मतदाता से मतदान दिवस के दिन मतदान करवाने का प्रावधान नहीं है। ऐसे में वृद्धा को मतदान से वंचित रहना पड़ेगा।