Wednesday, April 30, 2025
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रक्तदान शिविर में दिखा सेवा का जज्बा, थैलेसीमिया से ग्रसित रोगियों की मदद के लिए आयोजित शिविर में 92 यूनिट रक्त संग्रहित

केकड़ी, 9 मार्च (आदित्य न्यूज नेटवर्क): यहां रविवार को अजमेर रीजन थैलेसीमिया वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में ढण्ड़ का रास्ता स्थित एमएलडी त्रिवेणी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की शुरुआत में अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन किया। अजमेर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल अस्पताल के ब्लड बैंक के सहयोग से आयोजित इस शिविर में 92 महिला-पुरूषों ने रक्तदान किया। शिविर में संग्रहित रक्त का उपयोग थैलेसीमिया से पीड़ित 259 बच्चों के नियमित रक्त संचरण के लिए किया जाएगा।

भ्रांतियां दूर करने की जरूरत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमएलडी संस्थान के सचिव चंद्रप्रकाश दुबे ने कहा कि रक्त नालियों में बहाने के बजाए नाडिय़ों में बहाने से ही मानवीयता के नए आयाम स्थापित हो सकेंगे। रक्तदान के प्रति फैली हुई भ्रान्तियों को दूर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। दुनियां की हर वस्तु का निर्माण फैक्ट्रियों में किया जा सकता है लेकिन रक्त का निर्माण जीवित व्यक्ति के शरीर में ही हो सकता है। रक्त की एक बूंद से मरणासन्न व्यक्ति के प्राण बचाए जा सकते है। रक्तदान से मनुष्य के शरीर में होने वाला रक्त संरचण ठीक रहता है।

केकड़ी: रक्तवीरों का उत्साहवर्धन करते अतिथि।

इन्होंने दी सेवाएं शिविर में डॉ. अविनाश दुबे, अनिरुद्ध दुबे, गब्बर सिंधी, प्रदीप लालवानी, रंजीत सिंह, रविन्द्र कोरवानी, ललित कोरवानी, भंवरलाल तेली, रामधन गुर्जर, रामराज, छीतरमल जाट, विजय, सरोज एवं ब्लड बैंक के डॉ संदीप शेरू, डॉ वंदना बुजेटिया, चेतन, मयंक, नागराज, रूपेंद्र, कुलदीप तथा आशीष प्रजापत, मनोज कुमार वर्मा, अभिषेक शर्मा, ओम प्रकाश रेगर, उमेश कुमार रेगर, मोनू राम धाकड़, गोपाल नायक सहित अन्य ने सहयोग किया।

थैलेसीमिया आनुवांशिक बीमारी अजमेर रीजन थैलेसीमिया वेलफेयर सोसायटी के सचिव ईश्वर पारवानी ने बातचीत में बताया कि थैलेसीमिया आनुवांशिक बीमारी है। जो बच्चों को माता-पिता से विरासत में मिलती है। इस बीमारी के कारण व्यक्ति को प्रत्येक माह रक्त संचरित करवाना पड़ता है तथा जीवन भर लोहकण विसर्जन की दवाओं का उपयोग करना पड़ता है। थैलेसीमिया का इलाज अस्थिमज्जा प्रत्यारोपण से किया जा सकता है।

शादी से पहले करानी चाहिए जांच थैलेसीमिया का इलाज अत्यधिक मंहगा होने के कारण आम आदमी की पहुंच से दूर है। थैलेसीमिया रोगियों में रक्त संचरित करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान करने वाले लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि शादी से पहले प्रत्येक व्यक्ति को थैलेसीमिया जांच अनिवार्य रूप से करानी चाहिए।

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