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कथित बाबा के रसूख के आगे सिस्टम पस्त: पीड़ित परिवार को नहीं मिला न्याय, पैरवी करने वाले वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज

केकड़ी: सावर एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठा परिवार।

केकड़ी, 20 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): कथित लाल धागा बाबा की प्रताड़ना से पीड़ित परिवार पिछले 14 दिनों से सावर उपखंड कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठा है, मगर प्रशासन ने अब तक परिवार से समझाइश व मामले के निस्तारण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। जिससे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है कि बाबा के रसूखात के आगे सिस्टम बौना हो गया है। शासन प्रशासन भी बाबा के खिलाफ कोई कार्यवाही से बच रहा है। उल्लेखनीय है कि 80 वर्षीय बुजुर्ग दंपति छोटू लाल मीणा व सायरी देवी व उनका परिवार मेहरुखुर्द स्थित 500 साल पुराने भैरुजी मंदिर को तोड़ने के मामले में कथित लाल धागा बाबा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। लगातार 14 दिनों से धरना प्रदर्शन के बावजूद प्रशासन द्वारा अब तक किसी स्तर पर कोई कार्रवाई न किए जाने से परिवार की पीड़ा व रोष दोनों बढ़ते जा रहे हैं।

14 दिन से जारी है धरना: परिवार का कहना है कि वे 14 दिन से भी अधिक समय से सर्द रातों में सड़क किनारे बैठे है। परन्तु एसडीएम कार्यालय व पुलिस प्रशासन के स्तर पर कोई भी ठोस पहल सामने नहीं आई है। परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह कथित बाबा के प्रभाव में आकर उनके पुत्र सत्यनारायण के खिलाफ द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर रही है, जबकि बाबा के खिलाफ दर्ज शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। 500 साल पुराने भैरुजी चबूतरे व प्रतिमा तोड़ने का मामला सावर थाने में दर्ज है, जिसकी जांच डीएसपी हर्षित शर्मा कर रहे है। लेकिन परिवार का आरोप है कि जांच केवल कागजों में अटकी है और प्रशासन बाबा के रसूख से बाहर निकलने को तैयार नहीं। क्षेत्र में भी चर्चाओं का बाजार गरम है कि आखिर बाबा का प्रभाव व पाखंड का खेल इतना मजबूत हो चुका है कि प्रशासन को आम आदमी की आवाज सुनाई ही नहीं देती।

अधिवक्ता के खिलाफ एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज: इधर पीड़ित परिवार की न्यायालय में पैरवी कर रहे अधिवक्ता गजेन्द्र गर्ग के खिलाफ केकड़ी सदर पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। मामले में उगानखेड़ा निवासी धनराज मीणा मीणा ने अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि अधिवक्ता ने उसकी बाइक को कट मारते हुए गिरा दिया तथा ओलंबा देने पर जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले में अधिवक्ता गजेन्द्र गर्ग का कहना है कि तथाकथित बाबा उन्हें लगातार झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकियां दे रहा है। जिसको लेकर उन्होंने आईजी अजमेर को भी लिखित में शिकायत दी है तथा परिवाद दर्ज करवाया है। वहीं मुकदमा दर्ज होने के बाद अधिवक्ताओं में भी आक्रोश है। इस बारे में पुलिस उप अधीक्षक हर्षित शर्मा ने बताया कि अधिवक्ता गजेन्द्र गर्ग के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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