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चिकित्सकों की टीम ने सरकारी अस्पताल में प्रत्यारोपित किए दोनों घुटने, रोगी को मिली बड़ी राहत

केकड़ी: घुटने के ऑपरेशन से पहले व ऑपरेशन के बाद रोगी की स्थिति।

केकड़ी, 19 दिसम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजकीय जिला चिकित्सालय में ऑर्थो सर्जरी विभाग की टीम ने घुटना प्रत्यारोपण का ऑपरेशन करने में सफलता हासिल की है। बनेडिया तहसील सावर निवासी प्रेमदेवी (60) पिछले पांच साल से घुटनों में दर्द से परेशान थी। दोनो घुटने टेड़े होने के कारण उन्हें चलने फिरने में परेशानी आ रही थी तथा हर समय फ्रैक्चर का डर रहता था। जयपुर, अजमेर में परामर्श के बाद भी तकलीफ में किसी तरह का सुधार नहीं हो रहा था। केकड़ी में परामर्श के दौरान ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. संजय जगरवाल ने आवश्यक जांच पड़ताल के बाद रोगी को घुटना प्रत्यारोपण करवाने की सलाह दी।

चार घण्टे चली सर्जरी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन जांगिड़ के निर्देशन में चिकित्सकों की टीम ने रोगी की स्थिति को देखते हुए केकड़ी में ही एक साथ दोनों घुटने प्रत्यारोपित करने का निर्णय किया। आवश्यक तैयारियों के बाद गत 14 दिसम्बर को जिला अस्पताल की ओटी में रोगी के दोनों घुटने प्रत्यारोपित किए गए। डॉ. जगरवाल के अनुसार ऑपरेशन प्रक्रिया लगभग चार घण्टे चली। सर्जरी करने वाली टीम में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय जगरवाल, एनेस्थीसिया डॉ. रोहित पारीक, डॉ. अजी कुमार व डॉ. योगेन्द्र एवं ओटी इंचार्ज रमेश शर्मा व श्यामलाल साहू शामिल रहे।

डॉ. संजय जगरवाल, अस्थि रोग विशेषज्ञ।

हड्डी रोग का सबसे बड़ा ऑपरेशन डॉ. संजय जगरवाल ने बताया कि घुटना प्रत्यारोपण (टोटल नी रिप्लेसमेंट) हड्डी रोग का सबसे बड़ा ऑपरेशन है। मरीज के घुटनों में ऑस्टियोऑर्थराइटिस (घुटनों की ग्रीस) की कमी होने पर व्यक्ति के घुटनों में दर्द के साथ चलना मुश्किल हो जाता है। अमूमन इस तरह की सर्जरी मेडिकल कॉलेज या बड़े चिकित्सा संस्थानों में होती है। केकड़ी के जिला अस्पताल में इस तरह की सर्जरी कर चिकित्सकों की टीम ने रोगी को बड़ी राहत पहुंचाई है। गौरतलब है कि डॉ. संजय जगरवाल केकड़ी के रहने वाले है तथा सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भंवरलाल जगरवाल के पुत्र है।

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