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कृषक कल्याण शुल्क पर मचा बवाल, व्यापारी हुए लामबंद, 5 जुलाई तक बंद का ऐलान, प्रदेश की 247 मंडियों में कारोबार ठप

केकड़ी: मंडी सचिव नीरज बिष्ट को ज्ञापन सौंपते व्यापारिक एसोसिएशन के पदाधिकारी।

केकड़ी, 2 जुलाई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ, जयपुर के आह्वान पर प्रदेशभर की 247 मंडियां, दाल मिलें, आटा मिलें और ऑयल मिलें 5 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगी। यह निर्णय कृषक कल्याण शुल्क में बढ़ोतरी, राज्य के बाहर से आने वाली कृषि जिंसों पर मंडी शुल्क समाप्त करने और अनाज (मोटा अनाज) पर मंडी शुल्क पूर्ववत (1% से 2.25%) करने की मांग पर सरकार द्वारा कोई फैसला न लिए जाने के विरोध में लिया गया है। इस संबंध में व्यापारिक एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव प्रसाद तोषनीवाल के नेतृत्व में बुधवार को उपखंड कार्यालय में एसडीएम के प्रति​निधि एवं कृषि उपज मण्डी समिति कार्यालय में मंडी सचिव नीरज बिष्ट को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में व्यापारियों ने बताया कि संघ के निर्णय की अनुपालना में कृषि उपज मंडी केकड़ी में भी कृषि जिंसों का व्यापार पूरी तरह स्थगित रहेगा और मिलें भी बंद रहेंगी।

सरकार नहीं कर रही सुनवाई: व्यापारिक एसोसिएशन के प्रवक्ता शैलेन्द्र बोरदिया ने बताया कि व्यापारियों ने सरकार को इन मुद्दों पर तीन महीने पहले भी कई बार ज्ञापन दिए थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी के चलते यह बंद बुलाया गया है। यदि उनकी मांगों पर कोई निर्णय नहीं होता है तो 5 जुलाई को राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की जयपुर में आमसभा में होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस मौके पर राजेन्द्र धूपिया, चन्द्रप्रकाश छाबड़ा, भंवरलाल फतेहपुरिया, ओमप्रकाश फतेहपुरिया, दिनेश काबरा, प्रमोद बाकलीवाल, विनय बाकलीवाल, ज्ञानचन्द जैन, पारस जैन, नोरतमल बियाणी, मोहन बियाणी, राकेश शर्मा, दुर्गेश राठी, संजय मून्दड़ा, अरूण मून्दड़ा, आनन्द जैन, अंकुर जैन, सुशील सोनी स​मेत कई व्यापारी मौजूद रहे।

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