केकड़ी, 17 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): पंचायत समिति भिनाय के अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़गांव सूरखण्ड के वार्ड संख्या तीन से वार्ड पंच विष्णु दत्त शर्मा ने पंचायत प्रशासन पर विकास कार्यों में लापरवाही बरतने और अव्यवस्था का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले 10 वर्षों से वार्ड पंच के रूप में सेवाएं दे रहे शर्मा ने विकास अधिकारी को भेजे अपने त्याग पत्र में अपनी पीड़ा व्यक्त की है। इस्तीफे के पत्र में बताया कि उन्होंने 27 मार्च 2025 को बाकड़ा तालाब की पाल पर सती माता मंदिर से शिव जी मंदिर तक तीन फीट ऊंची फेसवाल के निर्माण की स्वीकृति के लिए ज्ञापन दिया था। लेकिन विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी द्वारा कार्य स्वीकृत न किए जाने पर उन्होंने 21 अप्रैल 2025 को ग्राम पंचायत भवन में ताला लगा दिया था।

ताने सुनकर पक गए कान: तालाबंदी के बाद विकास अधिकारी ने लिखित में दो माह में कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया, लेकिन आज दिनांक तक कार्य में कोई प्रगति नहीं हुई। शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम विकास अधिकारी महीने में केवल एक या दो बार ही ग्राम पंचायत आते है। जिससे ग्रामवासियों के कार्य समय पर नहीं हो पाते और उन्हें पंचायत भवन पर ताला लगा मिलता है। उन्होंने कहा कि ग्रामवासी उन्हें ताने मारते हैं जिससे उनके “कान पक गए” हैं। उन्होंने पत्र में बताया कि ग्राम पंचायत की मासिक बैठकें भी अनियमित रूप से दो से तीन माह में एक बार होती है। जबकि इनका प्रावधान हर महीने 5 और 20 तारीख को होने का है। इससे नामांतरण जैसे कार्यों के लिए ग्रामवासियों को भटकना पड़ता है।

दूसरी बार बने वार्ड पंच: शर्मा ने बताया कि बड़गांव में जगह-जगह नालियां टूटी हुई हैं, जिससे गांव में कीचड़ फैला हुआ है। पिछले छह माह से स्वीकृत सी.सी. सड़कें भी आज तक शुरू नहीं हो पाई हैं। वार्ड पंचों को पिछले तीन वर्षों से उनका भत्ता भी नहीं मिला है। अपने त्याग पत्र में विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि ग्रामवासियों ने उन्हें दूसरी बार वार्ड पंच बनाया, लेकिन पंचायत प्रशासन द्वारा विकास कार्य न करवाने और ग्रामवासियों की मांगों को पूरा न कर पाने के कारण वे वार्ड पंच पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने विकास अधिकारी से अपना इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध किया है। शर्मा ने ग्राम पंचायत बड़गांव सुरखण्ड के ग्राम विकास अधिकारी व सरपंच को भी इस्तीफे की प्रतिलिपि भेजी है।
