केकड़ी. नीरज जैन ‘लोढ़ा’ (आदित्य न्यूज नेटवर्क) प्रत्यक्ष प्रभावी नूतन जैन निर्माता युग प्रधान दादा श्री जिन कुशल सुरी गुरुदेव की प्रत्यक्ष दर्शन स्थली मालपुरा तीर्थ में 689वें दर्शन दिवस पर आयोजित दो दिवसीय होली मेला शुक्रवार को विविध धार्मिक कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हो गया। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ जयपुर के तत्वावधान एवं स्वर्गीय चांदमल चौरड़िया एवं स्वर्गीय अलोल देवी चौरड़िया के परिवारजन की ओर से आयोजित होली मेले के दौरान शुक्रवार को दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा का आयोजन किया गया।

इन्दौर से आए सुप्रसिद्ध भजन गायक लवेश बुरड़ एवं हिमांशु बुरड़ ने सुमधुर भजनों की रसगंगा बहाई। भजनों की प्रस्तुति के दौरान श्रद्धालु भक्ति रस से भाव विभोर हो गए। उन्होंने ऐसा दरबार कहां, ऐसी सरकार कहां…, पलके ही पलके बिछाएंगे, जिस दिन दादा घर आएंगे…, देना है तो दीजिए, जन्म जन्म का साथ… समेत अनेक भजन प्रस्तुत किए तथा विविध रागों में पूजा पढ़ी। पूजा के दौरान आयोजक चौरड़िया परिवार की ओर से गुरुदेव के समक्ष छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। छप्पन भोग से पहले ढोल बाजों के साथ जुलूस निकाला गया। जुलूस में महिला—पुरुष छप्पन भोग के थाल लेकर चल रहे थे।

पूजा के दौरान श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ श्री संघ केकड़ी की ओर से मेला आयोजक कुशलचन्द-मैनादेवी, शांतिलाल-मधुबाला, बन्टी-नीलम, विकास-सुशीला, विनीत-श्रेया एवं समस्त चौरड़िया परिवार तथा जयपुर निवासी पदमसिंह चौधरी व संगीता चौधरी का बहुमान किया गया। दो दिन तक चले मेले के सभी कार्यक्रम मुनि महेन्द्र सागर के शिष्य रत्न आदि ठाणा 6, सुप्रसिद्ध जैन साध्वी मणिप्रभा की शिष्या साध्वी विद्युतप्रभा आदि ठाणा 6 एवं साध्वी शुभदर्शना, साध्वी डॉ. समकित प्रज्ञा एवं साध्वी स्वस्ति प्रज्ञा के पावन सानिध्य में आयोजित हुए। मेले में देश विदेश के लगभग दस हजार श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

दो साल के लम्बे इंतजार के बाद आयोजित हुए मेले में श्रद्धा और भक्ति का अनूठा संगम नजर आया। दोनों दिन विविध धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। दादाबाड़ी परिसर को बेहद आकर्षक ढंग से सजाया गया। वहीं बाहर से पधारने वाले मेहमानों के लिए भोजन, आवास समेत विशिष्ट व्यवस्थाओं को अंजाम दिया गया। मेला समापन के अवसर पर आयोजक परिवार के विनीत चौरड़िया ने सभी साधर्मिक बंधुओं, व्यवस्थाओं में योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं एवं आयोजन में प्रत्यक्ष—अप्रत्यक्ष भागीदारी निभाने वाले महानुभावों का आभार जताया है।
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