Sunday, March 16, 2025
Homeचिकित्सानेत्रदान से दूर होगी कार्निया की कमी, भ्रांतियों को दूर करने के...

नेत्रदान से दूर होगी कार्निया की कमी, भ्रांतियों को दूर करने के लिए आमजन को जागरूक करना जरूरी

केकड़ी, 02 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): अजमेर आई बैंक सोसायटी के प्रभारी डॉ. भरत कुमार शर्मा ने कहा कि नेत्रदान एक ऐसा नेक कार्य है, जो नेत्रहीनों की दृष्टि वापस पाने में मदद कर सकता है। लेकिन अक्सर लोगों को यह भ्रांति रहती है कि नेत्रदान की प्रक्रिया में मृतक की आंखे निकाल लेने से गड्ढे हो जाते है। मगर यह सही नहीं है। नेत्रदान की प्रक्रिया में सिर्फ आंखों का कार्निया निकाला जाता है। वे शनिवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में नेत्रदान पखवाड़े के दौरान विशेषज्ञ वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कार्निया निकालने के बाद कृत्रिम आंख लगाई जाती है, जिससे गड्ढा नहीं होता। इंसान की मृत्यु के 6 से 8 घंटे के भीतर नेत्रदान का प्रोसेस पूरा करना होता है। नेत्रदान में प्राप्त कार्निया को 4 दिन में प्रत्यारोपित किया जाता है। उन्होंने बताया कि दुर्भाग्य से, कॉर्निया की भारी कमी है और आपूर्ति और मांग के बीच भारी असंतुलन है। कार्निया की कमी नेत्रदान से ही पूरी की जा सकती है। ऐसे में नेत्रदान के प्रति जागरूकता पैदा करना बेहद जरूरी है। नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितंबर तक आयोजित किया जाता है।

प्रश्नोत्तरी में दिखाया उत्साह प्रधानाचार्य दशरथ सिंह शक्तावत ने स्वागत उद्बोधन दिया। मीडिया प्रभारी पारस जैन ने बताया कि इस दौरान आई डोनेशन पर क्विज कम्पीटिशन का आयोजन किया गया। जिसमे नीलम दरोगा ने प्रथम, तैयब हुसैन ने द्वितीय एवं अमित चंदेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अतिथियों ने विजेता प्रभिागियों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया। देहदान की घोषणा कर चुके सेवानिवृत्त शिक्षक महेश नारायण शर्मा ने विभिन्न दृष्टांत के माध्यम से नेत्रदान के महत्व की जानकारी दी। प्रभारी कालूराम सामरिया व ऋतु पाराशर ने आभार जताया। आयोजन में वेणु सेन, राम सिंह, शंकर लाल रेगर, जितेंद्र चौहान आदि ने सहयोग किया। संचालन उपाचार्य रामधन प्रजापति ने किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी विद्यार्थियों ने स्वेच्छा से नेत्रदान का संकल्प पत्र भरकर जमा करवाया।

RELATED ARTICLES