Thursday, June 19, 2025
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दिख रहा है दम, जीत रहे है हम… चुनावी चर्चाओं में दोनों प्रमुख दल कर रहे जीत का दावा…

केकड़ी, 27 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी विधानसभा चुनाव में उम्मीद से ज्यादा मतदान होने से दोनों प्रमुख दल उत्साहित है। इस बार पिछले चुनाव से लगभग ढाई प्रतिशत ज्यादा मतदान हुआ है। पिछली बार यहां 73.16 प्रतिशत मत पड़े। वहीं इस बार 75.76 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है। इस आंकड़े में पोस्टल बैलेट शामिल नहीं है। राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, राजनीतिक पंडितों और आम जनता में चुनाव परिणाम को लेकर अटकल और चर्चाओं का दौर तेजी से शुरू हो गया है। जब तक नतीजे नहीं आएंगे तब तक चर्चाएं इसी तरह जारी रहेगी।
एकीकृत अजमेर जिले की आठों विधानसभा सीटों में सबसे रोचक मुकाबला केकड़ी में माना जा रहा है। वर्तमान विधायक व पूर्व विधायक के बीच मुकाबला होने के कारण चुनाव नतीजों पर प्रदेश ही नहीं पूरे देश की निगाहे है। गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रघु शर्मा वर्तमान में केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है, ये इसी कार्यकाल में चिकित्सा मंत्री एवं गुजरात कांग्रेस के प्रभारी भी रहे है। वहीं भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न गौतम 2013 में केकड़ी के विधायक व राजस्थान सरकार में संसदीय सचिव रहे है।
केकड़ी: जनसम्पर्क के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रघु शर्मा को पिंड खजूर से तुलवाते समर्थक।(फाइल फोटो)

केकड़ी को जिला बनाना सबसे बड़ी उपलब्धि वर्तमान विधायक एवं कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रघु शर्मा का नाम क्षेत्र की जनता के लिए नया नहीं है। शर्मा की छवि विकास पुरूष के रूप में मानी जाती है। 2008 व 2018 में शर्मा के विधायक कार्यकाल के दौरान केकड़ी में विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। केकड़ी को जिले के रूप में बड़ी सौगात मिली है। यहां गौरतलब है कि त्रिकोणीय संघर्ष के कारण शर्मा 2013 का विधानसभा चुनाव हार गए थे।
वहीं शर्मा अजमेर लोकसभा सीट के लिए जनवरी 2018 में हुए उपचुनाव में सांसद भी निर्वाचित हो चुके है। अजमेर के दिवंगत सांसद प्रो. सांवरलाल जाट के निधन के बाद हुए लोकसभा उप चुनाव में शर्मा ने जाट के पुत्र रामस्वरूप लाम्बा को हरा कर नया इतिहास बनाया था। लोकसभा उप चुनाव में उन्हें केकड़ी विधानसभा क्षेत्र में लगभग 35 हजार मतों की बढ़त मिली थी।
केकड़ी: प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न गौतम को गुड़ से तुलवाते ग्रामीण।(फाइल फोटो)

युवा शक्ति व संगठन का मिला साथ मिलनसार छवि के कारण पूर्व विधायक व भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न गौतम की हर वर्ग में अच्छी पैठ है। गौतम ने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत देवगांव में सरपंच बनने से की। ये युवाओं में खासे लोकप्रिय है। इन्हें पूर्व में विधायक रहने का फायदा मिलता दिख रहा है। हालांकि कुछ नुकसान भी है। इसके बावजूद गौतम जीत के प्रति आश्वस्त है।
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी गौतम ने टिकट की दावेदारी की। लेकिन इन्हें टिकट नहीं मिला। इन बार के चुनावों में भाजपा की ओर से एक दर्जन दावेदारों के कारण भाजपा प्रत्याशी को बगावत का डर सता रहा था। लेकिन गौतम द्वारा संगठन के सहयोग से प्रभावी ढंग से डेमेज कंट्रोल करने के कारण बगावत जैसे हालात नहीं बने।

कांटे का संघर्ष राजनीतिक पंडितों की माने तो यहां संघर्ष कांटे का है। जीत के लिए दोनों दलों के अपने-अपने दावे है। विकास कार्यों की बदौलत कांग्रेस समर्थक इस बार भी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे है। वहीं भाजपा के समर्थक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर जीत का दावा कर रहे है। केकड़ी शहरी क्षेत्र हमेशा से भाजपा का गढ़ रहा है। केकड़ी शहर में 1980 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से 2017 तक हुए हर चुनाव में भाजपा को बढ़त मिलती रही है।
जनवरी 2018 में हुए लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने इस मिथक को तोड़ते हुए लगभग 4 हजार वोटों की बढ़त बनाई थी। 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत के बावजूद कांग्रेस को केकड़ी शहर में लगभग 800 वोटों से पीछे रहना पड़ा था। कांग्रेस इस बार फिर से बढ़त का दावा कर रही है। वहीं भाजपा का दावा पिछली बढ़त को पीछे छोड़ते हुए लोकसभा उप चुनाव में जितनी बढ़त कांग्रेस को मिली थी उतनी बढ़त बनाने का है।

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