केकड़ी, 18 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): त्याग एवं तपस्या की प्रतिमूर्ति, ब्रह्मलीन संत रंगराम महाराज के 30वें निर्वाण दिवस पर शनिवार को विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। रामस्नेही भक्त श्याम सुन्दर पाटोदिया ने बताया कि संत बक्षीराम महाराज के पावन सानिध्य में सुबह रामद्वारा से सुरजपोल गेट होते हुए शोभायात्रा निकाली गई। जो अखाड़ा बालाजी मंदिर के पास रामानन्द कोट स्थित रंगराम महाराज की समाधि स्थल पहुंच कर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने संत रंगराम महाराज के जयकारे लगाए। समाधि स्थल पर स्थानीय रामद्वारा के संत बक्षीराम एवं संत चेतराम आदि के प्रवचन हुए। श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन किए। अन्तरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर आचार्य रामदयाल महाराज ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवचन करते हुए संत रंगराम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संत रंगराम महाराज त्यागी तपस्वी संत थे। उन्होंने राम-राम के नाम के निरंतर जाप से निर्गुण भक्ति की अलख जगाई तथा अपनी कठोर साधना व तप से स्थानीय रामद्वारा को तीर्थ स्थल बना दिया। कार्यक्रम में हरिशंकर पाटोदिया, विजयवर्गीय रामबाबू सागरिया, सीताराम मूणिया, भगवान शाक्य, बद्री माली, लोकेश शास्त्री, तुलसीराम पाटोदिया, राकेश पारीक, राजेश सेढाणी, कमल बोरा, राजेंद्र पाटोदिया आदि ने सक्रिय सहयोग किया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। निर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार शाम को पुरानी केकड़ी स्थित रामद्वारा में पंचग्रन्थो का पाठ व भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
शोभायात्रा में गूंजे संत रंगराम महाराज के जयकारे, श्रद्धा के साथ मनाया 30वां निर्वाण दिवस
