केकड़ी, 02 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): पचास लाख रुपए में कछुआ बिकवाने के नाम पर किसान के साथ साढ़े पांच लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। शहर थाना पुलिस ने मामले में पांच जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु की है। दौलाड़ा थाना सदर जिला बूंदी निवासी सत्यनारायण धाकड़ पुत्र ईश्वरलाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि राजपुरा थाना केकड़ी निवासी मदन मोग्या के पुत्र रामफूल ने उसका खेत सीर पर ले रखा है। इस कारण मदन मोग्या से उसकी जान पहचान है। लगभग 10—15 दिन पहले मदन मोग्या गांव दौलाड़ा आया और कहने लगा कि एक मिलने वाले डॉक्टर को कछुए की आवश्यकता है।
आधे पैसे देने की बात कही तुम अगर कछुआ लाकर दो तो डॉक्टर से उसके पचास लाख रुपए दिलवा सकता हूं। मैंने कछुए के बारे में मना कर दिया, इसके बाद वह वापस वहां से चला गया। दो दिन बाद मदन दो अन्य के साथ वापस आया, जिनमे एक प्रधान मोग्या निवासी दतोब तथा दूसरा बन्नालाल मोग्या निवासी दतोब था। आते ही मदन ने कहा कि तुमसे कछुए की व्यवस्था नहीं हुई हो तो कोई बात नहीं, ये दोनों व्यक्ति कछुए की व्यवस्था कर देंगे। मगर इन दोनों को इसके बदले में आधे पैसे देने होंगे। इसके बाद परिवादी ने कहा कि तुम लोग ही कछुआ लाकर दे दो तथा तुम लोग ही पैसे ले लो, मेरे पास क्यों आए हो।
ऊंची जाति के हाथ से चाहिए कछुआ इस पर मदन मोग्या ने कहा कि हम मोग्या समाज से है तथा डॉक्टर को ऊंची जाति के हाथ से कछुआ चाहिए। तुम ऊंची जाति के हो तथा तुम कछुआ ले जाकर दोगे तभी डॉक्टर पैसे देगा। चूंकि मदन का पुत्र उसके पास काम करता था, ऐसे में वह मदन की बातों में आ गया। दो दिन बाद उन्होंने फोन पर कहा कि कछुए की व्यवस्था हो गई है। तुम दस लाख रुपए लेकर केकड़ी बस स्टैण्ड पर आ जाओ, हम तुम्हें वहीं पर मिलेंगे। मेरे पास दस लाख रुपए की व्यवस्था नहीं थी, परन्तु जमीन बेचने से आए साढ़े पांच लाख रुपए पड़े थे।
केकड़ी में सौंपे रुपए रुपए लेकर मैं देवकिशन व कालूलाल गुर्जर के साथ केकड़ी बस स्टैण्ड पर आ गया। यहां मुझे मदन मोग्या, प्रधान मोग्या, भंवरलाल मोग्या, बैजनाथ मोग्या निवासी शम्भूनगर व उसकी औरत मिली। केकड़ी बस स्टैण्ड पर रुपए देने लगा तो उन्होंने साइड में चलने के लिए कहा। फिर वे पांचों जने उसे केकड़ी बस स्टैण्ड के पास पार्क में ले गए। जहां उन्होंने रंगीन पीले रंग का कछुआ देते हुए कहा कि हमारे कहे अनुसार डॉक्टर को कछुआ दे देना, डॉक्टर तुमको 50 लाख रुपए दे देगा। कछुआ लेने के बाद मैंने साथ आए दोनों व्यक्तियों के सामने मदन मोग्या को साढ़े पांच लाख रुपए दे दिए।
आधे घण्टे बाद कछुए की हुई मौत रुपए गिनने के बाद वे वहीं पर बातें कर रहे थे, इसी दौरान आधे घण्टे बाद कछुआ मर गया। मैंने उनको कहा कि कछुआ तो मर गया है, तो फिर वे बोले कि दूसरे कछुए की व्यवस्था करनी पड़ेगी, जिसमे दो पांच दिन लगेंगे। पांच दिन बाद फोन किया तो पहले तो उन्होंने टालमटोल की, फिर फोन उठाना बंद कर दिया। अब फोन बंद आ रहा है। मेरे पास मदन मोग्या का लड़का रामफूल करता था, वह भी काम छोड़कर भाग गया। पुलिस ने सत्यनारायण धाकड़ की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।