केकड़ी, 06 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के तत्वावधान में महाराजा अजमीढ़ जयंती सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर शहर के मुख्य मार्गों से भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें महिलाओं, पुरुषों व बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर श्रद्धा व एकता का संदेश दिया। महामंत्री सत्यनारायण मलिंडिया ने बताया कि शोभायात्रा से पहले जुवाड़िया मोहल्ला स्थित संस्था भवन परिसर में महाराजा अजमीढ़ के चित्र के समक्ष पूजा-अर्चना की गई। कार्यक्रम में संरक्षक डॉ. रामावतार तूणगर, महिला अध्यक्ष मीना तूणगर, कोषाध्यक्ष गोविंद स्वरूप जवड़ा सहित अन्य मौजूद रहे। इस दौरान विभिन्न बोलियां लगाई गई। जिसमें जितेंद्र अडानिया (फतेहगढ़) ने बोली लगाकर जयंती महोत्सव की शुरुआत में दीप प्रज्ज्वलित करने का सौभाग्य प्राप्त किया।

शोभायात्रा ने किया शहर का भ्रमण: शोभायात्रा के लिए प्रथम अश्व की बोली रामजस भवण (सांपला) व द्वितीय अश्व की बोली हनुमान सारड़ीवाल (नासिरदा) एवं भव्य रथ की बोली नाथूलाल अडानिया (सांपला) ने छुड़ाई। सभी प्रमुख बोलीदाताओं का समाज की ओर से साफा बंधवाकर सम्मान किया गया। मीडिया प्रभारी जे.पी. सोनी ने बताया कि शोभायात्रा संस्था भवन से शुरू होकर सदर बाजार, घंटाघर, अजमेरी गेट, अस्पताल मार्ग, खिड़की गेट होते हुए पुन: संस्था भवन पर पहुंचकर संपन्न हुई। शोभायात्रा के दौरान समाजजनों का उत्साह देखते ही बन रहा था।

प्रतिभा सम्मान एवं वरिष्ठजन अभिनंदन: शोभायात्रा के बाद संस्था भवन में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। अध्यक्ष किशन प्रकाश अग्रोया ने बताया कि इस दौरान समाज के 25 मेधावी विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले 45 प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया। ये पुरस्कार स्मृतिशेष केसरीमल सारड़ीवाल व चांददेवी सारड़ीवाल की स्मृति में उनके परिजनों द्वारा दिए गए। इसके अतिरिक्त समाज के 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 35 वरिष्ठ महिला व पुरुषजनों का शॉल ओढ़ाकर एवं साफा बंधवाकर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे।
