केकड़ी, 26 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजकीय जिला अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों ने पीएमओ की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए है। चिकित्सकों का आरोप है कि पीएमओ डॉ. नवीन जांगिड़ द्वारा तानाशाही पूर्वक रवैया अपनाकर जिला अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरों के प्रति मरीजों व क्षेत्र की जनता के बीच में भ्रामक व अविश्वास की स्थिति पैदा की जा रही है। वहीं पीएमओ डॉ. नवीन जांगिड़ ने चिकित्सकों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

क्या है मामला राजकीय जिला चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सकों ने गुरुवार को जिला कलक्टर श्वेता चौहान को ज्ञापन सौंपकर बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को पीएमओ द्वारा अपने आप को हर विषय का विशेषज्ञ बताकर मरीजों को हर विभाग में भर्ती कर मरीजों को अनावश्यक बाहरी जांचें एवं दवाईयां लिखकर मरीजों व परिजनों को मानसिक व आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अस्पताल में आए दिन डॉक्टरों के कक्षों को मनमर्जी से बदला जा रहा है। जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
आईसीयू को निजी वार्ड की तरह कर रहे इस्तेमाल ज्ञापन में बताया कि ऑपरेशन थियेटर एवं आईसीयू में अनावश्यक हस्तक्षेप के कारण लम्बे समय से इंतजार कर रहे मरीजों के पूर्व निर्धारित ऑपरेशन स्थगित करने पड़ रहे है। डॉक्टरों ने बताया कि पीएमओ स्वयं निश्चेतना विशेषज्ञ है। जो आईसीयू के प्रोटोकॉल को जानते है, इसके बाद भी वे आईसीयू को अपने निजी जनरल वार्ड के रूप में उपयोग कर रहे है। जिसके चलते गंभीर व अति गंभीर मरीज को आईसीयू की सुविधा नहीं मिल पा रही है। मजबूरन मरीजों को रैफर करना पड़ता है।
गर्भवती महिलाओं का कर रहे इलाज ज्ञापन में बताया कि पीएमओ द्वारा लेबर रूम में जाकर बिना विशेषज्ञ की राय के गर्भवती महिलाओं का इलाज व प्रसव किया जाता है। ज्ञापन सौंपने के दौरान कनिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. मानसिंह बैरवा, डॉ. रोहित पारीक, डॉ. मुनेश कुमार गौड़, डॉ. डीडी गुप्ता, डॉ. अरूण कुमार भण्डारी, डॉ. यशपाल सिंह, डॉ. अनूप कुमार, डॉ. लोकेश मीणा, डॉ. देवेन्द्र शर्मा, डॉ. गविश लखीवाल, डॉ. लोकेश वर्मा, डॉ. शिखा असावा सहित अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।

सभी आरोप निराधार इस संबंध में राजकीय जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन जांगिड़ का कहना रहा कि जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों के द्वारा मेरी कार्यशैली पर जो आरोप लगाए गए है वो निराधार है। जो भी चिकित्सक कलेक्ट्रेट में गए है उन्होंने हॉस्पिटल में मरीजों के साथ लूट मचा रखी है। उनकी लूट उजागार ना हो जाए इस डर से वे एकजुट होकर मेरे खिलाफ हो गए है।
मरीजों की सेवा ही लक्ष्य डॉ. जांगिड़ का कहना रहा कि मैं पीएमओ के साथ साथ एमडी तथा एमबीबीएस हूं तथा मुझे 13 साल का अनुभव है। जिन विभागों में चिकित्सक नहीं रहते उनके मरीजों को परेशानी ना हो इसलिए मैं मरीजों को हॉस्पिटल में उपलब्ध जांचे व दवाईयां लिखता हूं। ये वे चिकित्सक है जो हॉस्पिटल में नहीं देखकर घर पर मरीज देखने में ज्यादा विश्वास करते है और मैं यह नहीं चाहता हूं। इसी के साथ मैं इनको ओपीडी समय में पूरा समय सीट पर बैठने के लिए कहता हूं, इसलिए ये सब मेरे विरुद्ध है।