केकड़ी, 05 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): अजमेर जिले समेत कई जिलों में पेयजल आपूर्ति करने वाले बीसलपुर बांध के पूर्ण भराव क्षमता की ओर बढ़ते कदमों से लाखों लोगों की उम्मीदों को पंख लग चुके है। बीसलपुर बांध राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना है। इससे अजमेर, जयपुर व टोंक जिले में जलापूर्ति होती है। साथ ही इससे निकली दो नहरों से लाखों बीघा भूमि की सिंचाई भी की जाती है। इस बांध में बनास, डाई व खारी नदी का पानी प्रमुखता से आता है।
प्रमुख बांध ओवर फ्लो वर्तमान में तीनों नदियां पूरी क्षमता के साथ बह रही है। बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा जिले के सभी प्रमुख बांध ओवर फ्लो होने से बनास नदी में पानी की आवक तेज गति से हुई है। लिहाजा अब बांध का जलस्तर आरएल 315.26 हो चुका है। बांध की कुल भराव क्षमता आरएल 315.50 मीटर है।
पानी की लगातार हो रही आवक बीसलपुर परियोजना के अधिक्षण अभियंता वीरेन्द्र सिंह सागर के अनुसार बांध का जलस्तर गुरुवार को सायं 6 बजे तक आरएल 315.26 पहुंच गया है। त्रिवेणी का गेज 4 मीटर चल रहा है। इस जलस्तर के अनुसार डेम में 37.016 टीएमसी पानी एकत्रित है। पानी की लगातार हो रही आवक को देखते हुए बांध कभी भी लबालब हो सकता है।
शुक्रवार सुबह गेट खुलने की उम्मीद बांध लबालब होने पर गेट खोलकर अतिरिक्त पानी की निकासी की जाएगी। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार सुबह गेट खुलने की पूरी उम्मीद है। विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरु कर दी है। इसी के साथ डाउन स्ट्रीट में किसी भी तरह की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। गौरतलब है कि इससे पहले बीसलपुर बांध 2022 में लबालब हुआ था।