केकड़ी, 24 दिसम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत मंगलवार को कृषि उपज मण्डी समिति के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में तकनीकी प्रबंधक छवि व्यास ने आवेदन से लेकर अनुदान मिलने तक की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मंडी सचिव उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि लघु एवं कुटीर उद्योग लगाने वाले लोगों के लिए यह योजना बेहद लाभदायक है। इस योजना में 35 प्रतिशत तक पूंजीगत अनुदान (अधिकतम 10 लाख रुपए) मिल सकता है। योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना से आर्थिक लाभ लेने के लिये योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmfme.mofpi.gov.in/pmfme/ पर जाकर आवेदन सकते हैं।
क्या है योजना भारत सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिये ‘प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना’ शुरु की है। जिसमें किसानों और युवाओंं को फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिये आर्थिक अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य रोजगार की तलाश में गांव से शहरों को पलायन करने वाले किसानों और युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करना है। इससे ग्रामीणों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे और उन्हें खेती के साथ-साथ आमदनी का दूसरा साधन मिलेगा।
ये रहे मौजूद कार्यशाला में मंडी सचिव उमेश शर्मा, तकनीकी प्रबंधक छवि व्यास, एलडीएम राजेश परमार, डीआरसी नितेश, व्यापारिक एसोसिएशन अध्यक्ष शिवप्रसाद तोषनीवाल, डीआरपी पुष्पेन्द्र शर्मा, संगीतापांचाल, राहुल पोरवाल, सीए दिव्या सोमानी, पर्यवेक्षक राजेन्द्र प्रसाद बैरवा, कैलाशचन्द जैन, सुरेश चन्द पारीक, नीरज शर्मा, चन्द्रप्रकाश गुर्जर व विशाल सहित एसएसजी की 30 महिला सदस्याएं मौजूद रही। इस दौरान 20 जनों का योजना के तहत रजिस्ट्रेशन किया गया।