केकड़ी, 27 अप्रैल (आदित्य न्यूज नेटवर्क): लीज होने के बावजूद केकड़ी क्षेत्र में इन दिनों अवैध बजरी खनन व परिवहन का बड़ा खेल खेला जा रहा है। अवैध बजरी पर रोकथाम के मामले में सरकारी तंत्र पूरी तरह फेल हो चुका है। बनास, खारी व डाई नदी में खुलेआम जेसीबी मशीन से अवैध बजरी खनन हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार मौन धारण किए बैठे है। अवैध बजरी खनन व परिवहन से सरकार को प्रतिदिन करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है, लेकिन सरकार की चिंता कोई नहीं कर रहा।
जिम्मेदार मौन, जिम्मेदार कौन यहां हर व्यक्ति को दिन में अवैध खनन व रात को परिवहन होता दिख रहा है। लेकिन खनन विभाग की नजरों में नहीं आ रहा। वास्तविकता यह है कि अवैध बजरी खनन व परिवहन को रोकने के लिए अब तक की गई तमाम कोशिशें कागजी साबित हुई है। सवाल उठता है कि क्या अवैध बजरी का धंधा करने वालों पर कठोरता बरती जा रही है। उत्तर मिलेगा नहीं। हकीकत यह है कि काले कारोबार से जुड़े माफिया के लिए बजरी महज रेत नही अपिुत सोना हो चुकी है। कहावत भी है कि मुठ्ठी में रेत नहीं टिकती। लेकिन यहां रेत की काली कमाई से कईयों की मुठ्ठी गरम रहती है।
रसूखदार छाप रहे मोटा माल बजरी खनन पर कार्रवाई का जिम्मा होने के बाद भी खनन विभाग पुलिस के भरोसे बैठा रहता है। इनका अधिकतर ध्यान इसी बात पर रहता है, कि कब पुलिस कार्रवाई करे और ये जुर्माना वसूल करने पहुंच जाए। जबकि होना यह चाहिए कि जो स्थान बजरी का उद्गम स्थल है, वहां खनन विभाग की स्थायी चौकियां स्थापित की जाए और बजरी का अवैध खनन करने वाले माफिया पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। लेकिन ऐसा होना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। क्योंकि बजरी के खेल में कई प्रभावशाली व रसूखदार रोजाना मोटा माल छाप रहे है।
प्रशासन के प्रयास नाकाफी बजरी कारोबार पर प्रभावी रोक लगाने के लिए प्रशासन ने विशेष टीमों का गठन कर रखा है। लेकिन आज तक उक्त टीमों ने ऐसी एक भी कार्रवाई नहीं की जिसे उल्लेखनीय कहा जा सके। इन विशेष टीमों से जुड़े सभी विभागों (खनन विभाग को छोड़ कर) के अधिकारियों के पास खुद के विभाग के काम से ही फुर्सत नहीं है। ऐसे में अवैध बजरी के खिलाफ कार्रवाई केवल औपचारिकता बनी हुई है। गौरतलब है कि इलाके में बहने वाली बनास, खारी व डाई नदी अवैध बजरी कारोबार का बड़ा केन्द्र है। यहां से बजरी भरकर सैंकड़ों ट्रक, ट्रैक्टर व डम्पर विभिन्न रास्तों से होकर गुजरते है।
Join our WhatsApp channel
http://bit.ly/3WjNuPI