केकड़ी, 30 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ के तत्वावधान में रविवार रात्रि को गोशाला सत्संग भवन में ‘नेमरस’ भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में मुम्बई के सुप्रसिद्ध गुजराती भजन गायक भाविक शाह एवं बालोतरा के किशन गोयल ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत कर समां बांध दिया। संगीत संयोजन जयपुर के आशुतोष महाराज ने किया। इस अवसर पर आयोजन स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया। इत्र आदि की वर्षा की गई।

अंखियों में तू बस जा भजन संध्या की शुरुआत किशन गोयल ने मंत्र नवकार हमें प्राणों से प्यारा… से की। इसके बाद उन्होंने अंखियों में तू बस जा, अंखियां में बंद कर लूं…, वामा देवी के प्यारे, तुम अश्वसेन के दुलारे…, बन जाओ तुम ठाकुर मेरे, मैं सेवक बन जाऊं…, परमात्मारथी रंगाशे मारो आत्मा, परमात्मा बनी जाशे मारो आत्मा…, जागी रे जागी रे प्रभु तुमसे लगन लागी…, संसार थी वीरति रथ नो, गिरनार थी मुक्ति पथ नो, सथवार छे एक मारो, आधार छे एक बस, नेम नेम नेम नेमरस… सहित अनेक भजन सुनाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया।

जय हो अणगारा भजन संध्या को परवान चढ़ाया मुम्बई के भजन गायक भाविक शाह ने, उन्होंने गुजराती में अनेक भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। उन्होंने मनवा नो एक मीत तूं…, जय हो अणगारा…, छूटे भले प्राणों पण दादा आ छूटे नहीं…, मुश्किल डगर छ: लम्बो सफर छ:…, मन मोह लियो गिरनारे, चित्त चोर लियो नेमकुमारे… सहित कई भक्तिपूर्ण भजन प्रस्तुत किए। भजन संध्या में बड़ी संख्या में सकल जैन समाज के महिला पुरुष मौजूद रहे।