केकड़ी, 20 नवम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): बीसलपुर बांध की दाईं और बाईं मुख्य नहरों को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद किसानों के लिए खोल दिया गया। बुधवार सुबह बीसलपुर बांध परियोजना के अधिकारी नहरों के रेगुलेटर पर पहुंचे। यहां विधिवत पूजा-अर्चना के बाद नहरों के रेगुलेटर खोले गए और दोनों नहरों में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया। इस अवसर पर सहायक अभियंता ब्रह्मानंद बैरवा, मनीष चौधरी, कनिष्ठ अभियंता कमलेश कुमार मीणा, दिनेश बैरवा, शीना यादव, रिंकू मीणा समेत कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
750 किमी लंबी नहरें बीसलपुर बांध से 82 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई होती है। बीसलपुर बांध की नहरें 750 किमी लंबी हैं, जिनसे देवली, टोडारायसिंह, उनियारा और टोंक के 256 गांवों को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जाता है। बीसलपुर बांध से दायीं और बायीं मुख्य नहर से 256 गांवों की 82 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। नहरों में 8 टीएमसी पानी 105 दिन तक छोड़ा जाएगा। दायीं मुख्य नहर से 69 हजार 100 हेक्टेयर तथा बायीं मुख्य नहर से 12 हजार 700 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई हो सकेगी।

बैठक में बनी थी सहमति इससे पहले मंगलवार को टोंक जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा की अध्यक्षता में जल वितरण समिति की बैठक आयोजित हुई थी। बैठक में बीसलपुर बांध की नहरों से सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने पर सहमति बनी थी। इसके तहत बुधवार को पानी छोड़ा गया। अधिकारियों ने बताया कि पानी को टेल तक पहुंचाने के लिए प्रशासन और पुलिस की मदद ली जाएगी। बीसलपुर बांध का जलस्तर वर्तमान में 315.45 आरएल मीटर है, जिसमें 38.351 टीएमसी पानी उपलब्ध है। (इनपुट सहयोग: उमाशंकर शर्मा, टोडारायसिंह)