केकड़ी, 31 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): टोंक जिले के नासिरदा थाना क्षेत्र के बिजवाड़ गांव में बीती रात फूड प्वाइजनिंग से 150 से अधिक महिला पुरुष व बच्चे बीमार हो गए। इनमे से 100 रोगियों को केकड़ी के राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां उनका उपचार शुरू किया गया। इनमे से 5 को भर्ती किया गया, जिनमे से दो को हालत गंभीर होने पर अजमेर रेफर किया गया। सूचना मिलने पर राजकीय जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन जांगिड़ तुरन्त अस्पताल पहुंचे और ऑन कॉल पर उपलब्ध सभी डॉक्टरों को अस्पताल बुलाया। सभी डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का इलाज शुरू किया।
चिकित्सकों की निगरानी में है मरीज डॉ. जांगिड़ ने बताया कि विवाह समारोह में आयोजित भोज में भोजन करने के बाद कुछ लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई। गांव में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें केकड़ी लाया गया। देर रात तक केकड़ी लाए गए बीमारों की संख्या 100 को पार कर चुकी थी। अस्पताल प्रशासन के अनुसार हनुमान प्रसाद जाट (25), लीला धाकड़ (27), सीमा देवी जाट (38), सत्यनारायण धाकड़ (49) व शंकर लाल (35) को अस्पताल में भर्ती कर उपचार प्रारम्भ किया। इनमें से सत्यनारायण धाकड़ (49) व शंकर लाल (35) को हालत गंभीर होने पर अजमेर रेफर कर दिया गया। शेष अन्य मरीजों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है।
दूषित मावे के कारण खराब हुई तबियत फूड प्वाइजनिंग से एक साथ इतने लोगों के बीमार होने से अस्पताल परिसर में हाहाकार मच गया। जिधर देखो उधर फूड प्वाइजनिंग से बीमार मरीज नजर आ रहे थे। उधर घटना की जानकारी मिलने पर नासिरदा थाना प्रभारी कालूराम मीना बीजवाड़ पहुंचे और शादी समारोह स्थल पर भोजन शाला में रखी खाद्य सामग्री की जांच की। मीना ने बताया कि वहां पड़ी खाद्य सामग्री की जांच में पता चला है कि मिठाई बनाने के लिए उपयोग में लाए गए मावे में खटाई की बदबू आ रही थी। जो पूरी तरह खराब था। बताया जाता है कि मामले का पता चलने के बाद टोंक से चिकित्सा विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और खाद्य सामग्री के नमूने लिए।
केकड़ी में इनका हुआ उपचार अस्पताल प्रशासन के अनुसार केकड़ी के राजकीय जिला चिकित्सालय में प्रहलाद बैरवा (49), सत्यनारायण (19), बजरंग लाल (45), गीता देवी (55), ललिता (15), रेखा जाट (22), लाडा देवी जाट (68), चौथमल (50), माया देवी (39), सियाराम (16), लाली (70), वर्षा (25), दीपक (28), गिरिराज (40), बद्रीलाल (72), महेन्द्र (40), गीता (40), हनुमान (28), गौरव (18), मैना (32), सीमा (35), लेखराज (23), कमलेशी (35), सत्यनारायण (44), चित्रा (4), मनोज (21), मनोज (20), राकेश (40), घीसी देवी (35), उमराव (45), मथरा देवी (60), सुरेश (35), सुरेश (35), उमेश (12), प्रियंका (15), हनुमान प्रसाद जाट (25), सीमा देवी जाट (38), हनुमान (30), सीताराम (50), शंकर (35), लक्ष्मण (32), लक्ष्मण (29), रितुराज (10), रिषभ (6), द्वारिका (37), किस्मत (19), द्वारका देवी (35), दयाली देवी (60), चन्द्रकला (30), दुर्गेश (20), राधेश्याम (74), राधेश्याम (74), रघुनाथ (55), सोनिया (26), सुमन (16), संतरा देवी (42), धर्मा (27), खुशबू (25), प्रहलाद (55), लीला (2 माह), लीला (27), सांवरलाल गुर्जर (30), रंगलाल गुर्जर (56), तूफान (19), महावीर (45), आशा देवी (35), काली (3), गीता देवी (40), लादी देवी (34), अनिशा नागर (18), हेमराज (39), कमला देवी (42), सोनिया (22), संतरा देवी (45), रामेश्वर (42), आशा (40), मनोज (21), शंकर (50), शांति (45), जगदीश (60), सुरेश (40), जगदीश (65), अभिषेक (25), लादी देवी (60), राजाराम (18), आशा (35), उदयराम (22), हेमराज (35), शंकर लाल (35), भरत राज (34), भव्या (17), पीरू प्रजापत (18), सुनील (15), नन्दराम (30), चौथमल (68), धर्मेन्द्र (45), रिषभ (8), किस्मत देवी (26) एवं देवी बाई (86) का उपचार किया गया है।
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