केकड़ी, 7 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से परेशान होकर सात दिन पहले फांसी के फंदे पर लटकी विवाहिता की जयपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई। इस संबंध में सिटी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केकड़ी निवासी प्रियंका (30) पत्नी पवन सिंह गत 30 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे पर लटक गई। परिवार के लोगों ने उसे फंदे से नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे अजमेर रैफर कर दिया गया। अजमेर में हालत में सुधार नहीं होने पर उसे जयपुर ले जाया गया, जहां उसने 6 मई को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना पर सिटी थाना पुलिस के एसआई अयूब खान जयपुर पहुंचे और पंचनामा, पोस्टमार्टम आदि की कार्रवाई के बाद शव पीहर पक्ष के सुपुर्द कर दिया।

पीहर पक्ष ने दर्ज कराया था मुकदमा विवाहिता के पिता मालपुरा निवासी हरिसिंह ने गत 4 मई को सिटी थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनकी पुत्री प्रियंका का विवाह 10—12 वर्ष पूर्व केकड़ी निवासी पवन सिंह के साथ हुआ था। शादी के बाद उनके दो संतान हुई। शादी के 3—4 साल बाद तक सब कुछ ठीक चला, लेकिन बाद में पवन सिंह व उसके परिवारजन ने प्रियंका को प्रताड़ित करना शुरु कर दिया। गत 29 अप्रैल 2024 को रात्रि में लगभग 9 बजे प्रियंका का फोन आया कि पवन सिंह, महावीर सिंह, मरूधर कंवर, अनिल सिंह व मीनाक्षी कंवर उसे कमरे में बंद कर मारपीट कर रहे है तथा फांसी पर लटका कर मारने के लिए उतारू हो रहे है।
अस्पताल में भर्ती पुत्री से मिलने से रोका पिता ने आरोप लगाया कि पुत्री ने पहले ही आगाह कर दिया था कि ये लोग बीमारी से मौत की बात कहकर गुमराह करेंगे। इस पर उन्होंने सुबह केकड़ी आकर मिलने के लिए आश्वस्त किया। इसके बाद फोन कट गया। दूसरे दिन पवन सिंह का फोन आया कि आपकी पुत्री फांसी पर लटक गई है तथा ज्यादा बीमार है। मैं अपनी पत्नी व अन्य परिवारजन के साथ पुत्री से मिलने अजमेर गया तो वहां पवन सिंह व उसके परिवार वालों ने मिलने से रोक दिया। जैसे तैसे हाथा जोड़ी करने के बाद हम अपनी पुत्री से मिल सके। जिस समय पुत्री से मिले उस समय वह बेहोश थी। बाद में पवन सिंह आदि प्रियंका को जयपुर ले गए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
बयानों के आधार पर जुड़ेगी अन्य धाराएं केकड़ी सिटी थानाधिकारी धोलाराम ने बताया कि विवाहिता के पिता द्वारा दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के आधार पर जांच की जा रही है। उपचार के दौरान विवाहिता की मृत्यु होने के कारण परिवारजन के फिर से बयान दर्ज किए जाएंगे तथा बयानों के आधार पर अन्य धाराएं जोड़ी जाएगी। फिलहाल जांच जारी है।