केकड़ी, 26 जून (आदित्य न्यूज नेटवर्क): नवजीवन होम सेवा संस्थान में बुधवार को अन्तरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस मनाया गया। इस दौरान संस्थान अध्यक्ष ऋषिराज शर्मा व काउंसलर इजहार अहमद ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नशा नाश का दूजा नाम है। इससे तन मन और धन तीनों बर्बाद होते है। व्यसन मुक्त जीवन जीने वाला व्यक्ति सभी सुखों को प्राप्त कर सकता है।
नशे के कारण कई पीढ़िया हो चुकी है बर्बाद उन्होंने कहा कि व्यसन किसी भी प्रकार का हो, इससे जीवन बर्बाद ही होता है। प्रभु ने अनमोल मनुष्य शरीर जीवात्मा को जगाकर मालिक के पास पहुंचाने के लिए दिया है, लेकिन लोग नशे की लत में पड़ कर खुद को समाप्त करने पर तुले हुए है। नशे के चंगुल में फंसने से परिवार की कई पीढ़ियां बर्बादी की कगार पर पहुंच जाती है। इससे किसी का भला होने वाला नहीं है। नशे की प्रवृति से छुटकारा पाने के लिए नशा करने वाले को मजबूत आत्मबल की आवश्यकता है।
जागरूकता से मिलेगी नशे से मुक्ति उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान एवं पुनर्वास केन्द्र में इस प्रकार के व्यसनों से मुक्ति पाई जा सकती है। इस दौरान शर्मा ने नवजीवन होम सेवा संस्थान द्वारा संचालित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र में नशा छुड़ाने आए युवाओं को नशा मुक्त जीवन जीने की शपथ दिलाई। इस मौके पर श्रवण सिंह, सांवरिया जाट, मोईनुद्दीन पठान, रामदेव गुर्जर, शरीफ सहित स्टॉफ के अन्य सदस्य मौजूद रहे।