Thursday, March 13, 2025
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पालने की शोभायात्रा में गूंजे भगवान महावीर के जयकारे, पर्युषण पर्व के दौरान बही तप—आराधना की धारा

केकड़ी, 04 सितम्बर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जैन धर्म का महापर्व पर्युषण पर्व नगर में त्याग, तप, पूजा, अर्चना, श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया जा रहा है। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के तत्वावधान में इस दौरान स्नात्र पूजा, बड़ी पूजा, रात्रि भक्ति सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। संघ अध्यक्ष जितेन्द्र सिंघवी ने बताया कि पर्युषण पर्व के पांचवे दिन बुधवार को कल्प सूत्र में भगवान महावीर के जन्म कल्याणक के प्रसंग का वांचन आने पर सब्जी मण्डी स्थित चन्द्रप्रभु मन्दिर में विशेष आयोजन कर उत्सव मनाया गया। प्रभावना का लाभ जितेन्द्र सिंघवी, जतिन सिंघवी, अभिनव सिंघवी परिवार ने प्राप्त किया।

केकड़ी: सब्जी मण्डी स्थित चन्द्रप्रभु मंदिर में सजाई गई आंगी।
केकड़ी: बघेरा रोड स्थित शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में सजाई गई आंगी।

लगाई चौदह स्वपनों की बोलियां नीरज लोढ़ा सहित अन्य भजन गायकों ने प्यारा है लालना…, बहारों फूल बरसाओं प्रभु महावीर जन्मे है…, बोलो जय जयकार…, मेरू गिरी ले जाए तेरे लाल को हम मां जल्दी से दे दो लाल को मत देर करो मां दे दो मां त्रिशला…, बजे कुण्डलपुर में बधाई कि नगरी में वीर जन्मे… सहित अन्य भजन प्रस्तुत कर उपस्थित श्रद्धालुओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। इस दौरान त्रिशला माता को आए चौदह स्वप्नो की बोलियां लगाई गई। बोलियां लेने वाले भाग्यशालियों ने स्वप्न अवतरण का लाभ लिया।

ये रहे पुण्यशाली कल्प सूत्र वांचन का लाभ सुभाष चन्द अमित कुमार चौ​रड़िया परिवार ने प्राप्त किया। कल्प सूत्र वांचन के दौरान भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक का प्रसंग आने पर समाज के महिला पुरुषों ने जयकारे लगाए तथा उत्सव मनाया। कल्प सूत्र वांचन के बाद भगवान महावीर के चित्र को चांदी के पालने में सजाकर विशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस में महिलाएं चौदह स्वप्नो को सिर पर धारण कर चल रही थी। जुलूस पालने के लाभार्थी परिवार के निवास स्थान पर पहुंच कर सम्पन्न हुआ। पालने की बोली का लाभ शांतिलाल विकास कुमार विनीत कुमार चौरड़िया परिवार ने प्राप्त किया।

केकड़ीः पर्युषण पर्व पर निकाली गई पालने की शोभायात्रा में शामिल पुरुष।

ये रहे मौजूद इस मौके पर उदयसिंह धम्माणी, गौतम सिंह बग्गाणी, राजेन्द्र धूपिया, गौतम चन्द रूपावत, छीतरमल मेड़तवाल, भंवरलाल मेड़तवाल, कुशल चौरड़िया, उमराव मल मेड़तवाल, निहालचन्द मेड़तवाल, नीरज लोढ़ा, अमित धूपिया, निहालचन्द मेड़तवाल, छोटूलाल पालडेचा, नवीन ताथेड़, सुरेन्द्र सिंह सिंघवी, मांगीलाल ताथेड़ सहित समाज के कई जने मौजूद रहे। बुधवार को सब्जी मण्डी स्थित चन्द्रप्रभु मंदिर एवं बघेरा रोड स्थित शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर व दादाबाड़ी में जिनेन्द्र प्रतिमाओं की भव्य आंगी रचना की गई व मंदिर परिसर को चित्ताकर्षक ढंग से सजाया गया।

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