केकड़ी, 30 नवंबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): तथाकथित लाल धागा बाबा की प्रताड़ना से पीड़ित परिवार पिछले 24 दिनों से सावर उपखंड कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठा है, मगर प्रशासन ने अब तक परिवार से समझाइश व मामले के निस्तारण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। जिससे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है कि बाबा के रसूखात के आगे सिस्टम बौना हो गया है। शासन प्रशासन भी बाबा के खिलाफ कोई कार्यवाही से बच रहा है। उल्लेखनीय है कि 80 वर्षीय बुजुर्ग दंपति छोटू लाल मीणा व सायरी देवी एवं उनका परिवार मेहरुखुर्द स्थित 500 साल पुराने भैरुजी मंदिर को तोड़ने के मामले में कथित लाल धागा बाबा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। लगातार 24 दिनों से धरना प्रदर्शन के बावजूद प्रशासन द्वारा अब तक किसी स्तर पर कोई कार्रवाई न किए जाने से परिवार की पीड़ा व रोष दोनों बढ़ते जा रहे हैं।

चर्चाओं का बाजार गरम: परिवार का कहना है कि वे 24 दिन से भी अधिक समय से सड़क किनारे बैठे है। परन्तु एसडीएम कार्यालय व पुलिस प्रशासन के स्तर पर कोई भी ठोस पहल सामने नहीं आई है। परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह कथित बाबा के प्रभाव में आकर उनके पुत्र सत्यनारायण के खिलाफ द्वेषतापूर्ण कार्रवाई कर रही है, जबकि बाबा के खिलाफ दर्ज शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। 500 साल पुराने भेरूजी के चबूतरे व प्रतिमा को तोड़ने का मामला सावर थाने में दर्ज है। लेकिन केवल कागजों में अटकी है और प्रशासन बाबा के रसूख से बाहर निकलने को तैयार नहीं। क्षेत्र में भी चर्चाओं का बाजार गरम है कि आखिर बाबा का प्रभाव व पाखंड का खेल इतना मजबूत हो चुका है कि प्रशासन को आम आदमी की आवाज सुनाई ही नहीं देती।


