Wednesday, February 12, 2025
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असहाय, बीमार और लावारिस लोगों को मिलेगा सहारा, पीड़ित मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जिले में चलेगा विशेष रेस्क्यू ऑपरेशन

केकड़ी, 14 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): राजस्थान को आश्रयहीन, असहाय, निःशक्तजन एवं लावारिस मुक्त करने के उद्देश्य से संस्था मां माधुरी बृज वारिस सेवा सदन अपना घर भरतपुर तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विशेष रेस्क्यू अभियान सम्पूर्ण राजस्थान में एक साथ चलाया जा रहा है। जिला कलक्टर श्वेता चौहान के निर्देशन में केकड़ी जिले में बुधवार को विशेष रेस्क्यू अभियान की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत सार्वजनिक, धार्मिक स्थल, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैण्ड आदि के आस-पास पड़े हुए एवं घूमते हुए लावारिस बीमार एवं लाचार महिला एवं पुरूष को रेस्क्यू कर अपना घर आश्रमों में भर्ती किया जाएगा।

जारी किए हेल्प लाइन नम्बर जिला समाज कल्याण अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि इस अभियान के लिए संस्था द्वारा केन्द्रीय हेल्प लाइन नम्बर 9950737673 एवं 8764396814 (अपना घर आश्रम अजमेर) एवं संभाग प्रभारी नरेन्द्र तिवारी 9414942415 जारी किया गया है। जिस पर कोई भी सेवा भावी नागरिक असहाय लाचार की सूचना दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह अभियान केकडी, सावर आदि क्षेत्र में 16 अक्टूबर को चलेगा। अपना घर आश्रम भरतपुर द्वारा इस अभियान के लिए 14 रेस्क्यू टीम बनायी गई हैं तथा इन टीमों के पास कुल 35 एम्बुलेंस, 120 सेवासाथी, 14 प्रभारी लगाए गए हैं। इसके अलावा अभियान में राजस्थान प्रदेश में संचालित संस्था के सभी 22 आश्रमों के पदाधिकारी एवं स्टाफ अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।

सभी जिलों में पहुंचेगी रेस्क्यू टीम उन्होंने बताया कि इस अभियान में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की महिला एवं पुरूष प्रभुजनों को रेस्क्यू किया जाएगा तथा महिला प्रभुजनों को सम्पूर्ण राजस्थान से भरतपुर, अजमेर, जयपुर एवं कोटा आश्रमों में प्रवेशित किया जाएगा। रेस्क्यू किए गए प्रभुजनों के लिए संस्था द्वारा राजस्थान के 22 आश्रमों में 850 बैड आरक्षित किए गए हैं। जिनमें 350 महिला प्रभुजनों के लिए हैं। इसके साथ ही मेडिकल एवं अन्य आवासीय व्यवस्था के साथ स्टाफ की व्यवस्था भी प्रभुजनों की चिकित्सा एवं साज संभाल के लिए की गई है। संस्था की रेस्क्यू टीम सभी 50 जिलों में पहुंचेगी। सभी प्रभुजनों को पुलिस सत्यापन के उपरान्त लाया जा सकेगा।

कंट्रोल रूम से होगी अभियान पर निगरानी सम्पूर्ण रेस्क्यू अभियान के लिए भरतपुर मुख्यालय पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिससे पूरे अभियान पर नियंत्रण एवं निगरानी की जाएगी। इस रेस्क्यू अभियान को राजस्थान सरकार ने भी गम्भीरता से लिया है जिसके अन्तर्गत अतिरिक्त मुख्य सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग राजस्थान ने सभी जिला कलक्टर एवं विभाग के समस्त अधिकारियों को तथा इस अभियान में सहयोग करने के लिए अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, सिविल राइट्स एवं एएचटी राजस्थान जयपुर ने राज्य के पुलिस उपायुक्त, समस्त पुलिस अधीक्षक तथा जीआरपी अजमेर एवं जोधपुर को पत्र जारी किया है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए संस्था द्वारा अधिक प्रभुजनों के रेस्क्यू हेतु 100 एम्बुलेंस तक इस अभियान में लगाई जा सकेगी एवं आवश्यकता होने पर 1500 प्रभुजनों को आवासीय व्यवस्था की जाएगी।

 

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