केकड़ी, 7 मई (आदित्य न्यूज नेटवर्क): इन दिनों प्रोपर्टी बाजार मंदा होने के बावजूद, केकड़ी में कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनियों का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। कॉलोनाइजर बिना किसी अनुमति के इन जमीनों पर अवैध निर्माण कर रहे हैं और भोले-भाले लोगों को सस्ते भूखंडों का लालच देकर पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से बेच रहे है, जिससे रजिस्ट्री भी नहीं हो रही है। इस अवैध कारोबार को लेकर नगर परिषद गंभीर हो गई है और उसने सार्वजनिक नोटिस जारी कर लोगों को ऐसी अवैध कॉलोनियों में भूखंड नहीं खरीदने की सख्त चेतावनी दी है। अधिकारियों के अनुसार, कॉलोनाइजर खातेदारों के साथ मिलकर कृषि भूमि पर अवैध रूप से कॉलोनियां विकसित कर रहे हैं, जो कि टाउनशिप पॉलिसी 2010 का स्पष्ट उल्लंघन है।

कॉलोनियों का होगा विस्तृत सर्वे सूत्रों की मानें तो प्रभावी कार्रवाई के अभाव के चलते कॉलोनाइजरों ने डूब क्षेत्र के आसपास भी कई अवैध कॉलोनियां काट दी हैं। अब नगर परिषद प्रशासन इन अवैध गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए नए सिरे से कॉलोनियों का विस्तृत सर्वे कराने की तैयारी कर रहा है। नगर परिषद आयुक्त मनोज कुमार मीणा ने शहर की पांच अवैध कॉलोनियों को सार्वजनिक नोटिस जारी किया है। उन्होंने वरिष्ठ प्रारूपकार संजय सारस्वत को इन सभी कॉलोनियों का सर्वे और जांच करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद इन अवैध कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सस्ते प्लॉट का लालच पड़ेगा महंगा आयुक्त मीणा ने बताया कि नगर परिषद को नगरीय क्षेत्र में भूमाफिया और खातेदारों द्वारा बिना प्लान स्वीकृत कराए कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनियां काटकर भूखंड बेचने की सूचना मिली है। इसी कारण सार्वजनिक नोटिस जारी कर लोगों को आगाह किया गया है कि वे किसी भी भूखंड को खरीदने से पहले नगर परिषद से उस कॉलोनी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना 90ए कार्रवाई के काटी गई कॉलोनियों को रकबा राज घोषित कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और नगर परिषद ऐसी अवैध कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं (जैसे पानी, बिजली, सड़क आदि) भी उपलब्ध नहीं कराएगी।
