केकड़ी, 12 अक्टूबर (आदित्य न्यूज नेटवर्क): केकड़ी में शनिवार को विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लेकिन रावण दहन कार्यक्रम ने नगर परिषद प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए। आधा घण्टे तक भरपूर प्रयास करने के बावजूद रावण व कुम्भकर्ण के पुतले ने आग नहीं पकड़ी। हालांकि मेघनाद के पुतले ने भी शुरुआत में परेशान किया, लेकिन बाद में उसने जल्दी ही आग पकड़ ली। रावण व कुम्भकर्ण के पुतलों के तेवरों ने नगर परिषद प्रशासन का पूरा खेल बिगाड़ दिया। शोरगरों की टीम द्वारा हल्की फुल्की आतिशबाजी कर रावण व कुम्भकर्ण के पुतलों को दहन करने का प्रयास किया गया, लेकिन इससे भी कोई लाभ नहीं हुआ।

आधे घण्टे तक चला तमाशा बाद में रावण व कुम्भकर्ण के पुतलों पर पेट्रोल छिड़का गया, लेकिन थोड़ा जलने के बाद दोनों पुतलों में फिर से आग बंद हो गई। ऐसा करते-करते लगभग आधा घंटा व्यतीत हो गया। लेकिन दोनों पुतले टस से मस नहीं हुए। बाद में शोरगरों की टीम ने दोनों पुतलों के नीचे जोरदार आतिशबाजी की। इसके बाद जाकर पुतलों ने आग पकड़ी। बताया जाता है कि यह आतिशबाजी खुले मैदान में होनी थी, लेकिन पुतलों द्वारा आग नहीं पकड़ने के कारण उसे जलाने के लिए उपयोग करनी पड़ी। पुतलों द्वारा आग नहीं पकड़ने की घटना ने आयोजक नगर परिषद को आमजन में हंसी का पात्र बना दिया। गौरतलब है कि पिछले साल रावण का पुतला आतिशबाजी की चिंगारी लगने के कारण मेघनाद व कुम्भकर्ण के पुतले से पहले ही धधक उठा था। इस बार स्थिति एकदम उलट हो गई।

निकाली भव्य शोभायात्रा रावण दहन से पहले विजयवर्गीय समाज के तत्वावधान में भगवान राम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जो पुरानी केकड़ी स्थित कुंज मंदिर से प्रारम्भ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पटेल मैदान पहुंची। यहां स्थानीय कलाकारों ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों मारिची वध, सीता हरण, जटायु वध, लंका दहन, लक्ष्मण मुर्च्छा व राम रावण युद्ध का जीवन्त मंचन किया। नगर परिषद केकड़ी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में शोरगरों की टीम ने भव्य आतिशबाजी कर समां बांध दिया। इसके बाद भगवान राम ने अग्नि बाण चला कर रावण का वध किया।

विभीषण का किया राजतिलक रावण दहन के बाद मुख्य अतिथि एवं विधायक शत्रुघ्न गौतम ने विभीषण का राजतिलक किया एवं भगवान रघुनाथ की आरती की। इस मौके पर उपखण्ड अधिकारी सुभाष चन्द्र हेमानी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र चौधरी सहित कई जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। नगर परिषद के कर्मचारियों ने विभिन्न व्यवस्थाओं को अंजाम दिया। कार्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने व्यापक बंदोबस्त किए।