Sunday, March 16, 2025
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जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक को एसीबी ने एक लाख रुपए की घूस लेते दबोचा, एक दिन पहले ही जारी की थी केकड़ी में आयोजित होने वाले शिविर की प्रेस विज्ञप्ति

केकड़ी, 09 अगस्त (आदित्य न्यूज नेटवर्क): जिला उद्योग केन्द्र केकड़ी के महाप्रबंधक एवं विशेषाधिकारी सुल्तान सिंह मीणा को एसीबी ने एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। वे मूल रूप से टोंक में जिला उद्योग केंद्र के चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत है। मीणा के पास जिला उद्योग केन्द्र केकड़ी के महाप्रबंधक का अतिरिक्त जिम्मा है। उन्होंने गुरुवार को ही केकड़ी में आगामी 13 अगस्त को आयोजित होने वाले लोन मेले के लिए विज्ञप्ति जारी की थी।

सुल्तान सिंह मीणा (फाइल फोटो)

एसीबी की संयुक्त टीम ने की कार्रवाई प्राप्त जानकारी के अनुसार एसीबी की टीम ने मीणा के साथ जिला उद्योग केंद्र बूंदी के वरिष्ठ सहायक को भी गिरफ्तार किया है। एसीबी भीलवाड़ा, टोंक और जयपुर की टीम ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को इसी कार्रवाई को अंजाम दिया। साथ ही इस मामले में संलिप्त चार्टेड अकाउंटेंट को भी पकड़ा है। ACB की टीम ने वरिष्ठ सहायक के टोंक स्थित निवास की तलाशी में 6 लाख रुपये से अधिक बरामद किए है। यह कार्रवाई ACB टीम ने जिला उद्योग केंद्र टोंक के मुख्य प्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा के सिविल लाइन टोंक में उनके आवास पर की है। यहीं से जिला उद्योग केंद्र बूंदी के वरिष्ठ सहायक अजय खंडेलवाल को भी गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में संलिप्तता के आधार पर चार्टेड अकाउंटेंट निवाई आरोपी जयंत जैन को भी पकड़ा है।

यह है मामला यह एक लाख की रिश्वत वरिष्ठ सहायक अजय खंडेलवाल चीफ मैनेजर सुल्तान मीणा को उनके आवास पर देने आया था। उसी समय टीम ने दोनों को गिफ्तार कर लिया। यह एक लाख एक रिसोर्ट की फाइल को कंप्लीट करने की एवज में वरिष्ठ सहायक लेकर सुल्तान मीणा को देने आया था। अजय खंडेलवाल सुल्तान मीणा का पूर्व कर्मचारी रहा था। उसकी अभी बूंदी में पोस्टिंग है इसके बावजूद वह ही टोंक की हर फाइल देखता था।चार्टेड अकाउंट की भूमिका इसलिए संदिग्ध पाई गई है क्योंकि इनके मोबाइल से इन गिरफ्तार किए आयोपियों से काफी बाते होना पाया है। आगे जांच के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

गलत रिपोर्ट बनाने एवं लोन पास करने के बदले ले रहे थे घूस ACB के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि गत दिनों ACB मुख्यालय को एक गोपनीय सूचना मिली थी। जिसमे बताया गया कि मुख्य प्रबंधक सुल्तान सिंह मीणा जिला उद्योग केन्द्र बूंदी के वरिष्ठ सहायक अजय खण्डेलवाल के माध्यम से विभिन्न औद्योगिक विकास योजनाओं में गलत रिपोर्ट बनाने, गलत लोन पास करने, फर्जी बिलों के आधार पर अयोग्य व्यक्तियों को अनुचित लाभ पहुंचाने की एवज में रिश्वत राशि का लेन-देन कर रहे हैं। यह राशि सुल्तान सिंह ले रहे थे। इस पर एसीबी मुख्यालय स्थित तकनीकी शाखा के DSP राजेश दुरेजा की टीम ने तकनीकी रूप से शिकायत का सत्यापन किया। जिसमें शिकायत सही पाई गई।

टोंक स्थित आवास पर छापा मारकर की कार्रवाई एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस रणधीर सिंह के सुपर विजन में सत्यापन से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर शुक्रवार दोपहर को एसीबी टोंक इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक झाबरमल, एसीबी इकाई भीलवाड़ा के उप अधीक्षक पुलिस पारसमल एवं एसीबी की एसआईयू इकाई जयपुर के पुलिस निरीक्षक सज्जन कुमार की टीमों द्वारा कार्रवाई करते हुए जिला उद्योग केंद्र टोंक के चीफ मैनेजर सुल्तान सिंह मीणा के आवास पर छापा मारा गया। जहां वे रुपयों का लेन-देन करते पाए गए। इस पर ACB टीम ने चीफ मैनेजर सुल्तान सिंह मीणा, बूंदी जिला उद्योग केंद्र के वरिष्ठ सहायक अजय खण्डेलवाल को संदिग्ध रूप से मकान से मिले 1 लाख रुपयों के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा लिया जयंत जैन चार्टेड अकाउंटेंट भी पकड़ा गया है।

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